बड़ी खबर

ब्रज के इस गांव में अनोखी परंपरा, एक-दूसरे को चप्पल मारकर देते हैं आशीर्वाद, ऐसा है खास होली का इतिहास

ब्रज में होली का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. होली का आगाज यहां बसंत पंचमी से हो गया था. लेकिन अब तक ब्रज की होली खत्म नहीं हुई है. ब्रज की होली बहुत ही विशेष मानी जाती है, क्यों कि बसंत पंचमी से उड़ना शुरू हुआ रंग गुलाल पूरे 40 दिन तक धूम मचाता है. 40 दिन की होली के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु ब्रज पहुंचते हैं. ब्रज में कई तरह की होली मनाई जाती है. फूल, गुलाल, लड्डू, जलेबी, लठ्ठमार होली तो हर किसी ने सुनी है, लेकिन यहां चप्पल मार होली का भी खास महत्व है.

ब्रज में होने वाली जूता चप्पल मार होली में लोग एक दूसरे को गुलाल लगाकर जूता या चप्पल मारकर आशीर्वाद देते हैं. होली की ये परंपरा काफी पुरानी है. खास बात ये है कि इस होली का आयोजन नहीं किया जाता है. इस तरह की होली सिर्फ धूल वाली होली के दिन खेली जाती है. एक तरफ पूरे देश में रंग-गुलाल और पानी की खेली जाती है, वही गोवर्धन क्षेत्र में जूता चप्पल मार होली खेली जाती है.

ब्रज की चप्पल-जूतामार होली

बता दें कि गोवर्धन नगर के बछगांव में जूता और चप्पल मार होली खेली जाती है. इस दौरान गांव के लोग अपने से छोटों को गुलाल लगाकर चप्पल या जूते मार कर आशीर्वाद देते हैं. चप्पल मारकर होली की शुभकामनाएं भी देने की ये परंपरा यहां काफी पुरानी है. इस बारे में गांव के एक व्यक्ति ने बताया कि यह होली दशकों से खेली जा रही है. उन्होंने बताया कि अंग्रेजों के जुल्म के विरोध में इस परंपरा को शुरू किया गया था. चप्पल-जूतामार होली को छोटे-बड़े लोग बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं.

40 दिन तक अलग-अलग तरह की होली

गोवर्धन क्षेत्र में इस तरह की होली को बड़ी ही श्रद्धा भाव और शांति के साथ खेला जाता है. बता दें कि हर साल लाखों की संख्या में लोग ब्रज में होली मानने के लिए पहुंचते हैं. इस दौरान 40 दिन तक अलग-अलग तरह की होली मनाई जाती है. यहां रंग-गुलाल, फूल, लट्ठमार, लड्डू, जलेबी के साथ ही चप्पल-जूतामार होली भी धूमधाम से मनाई जाती है. लोग बहुत ही हर्षोल्लास के साथ ब्रज में होली का आनंद लेते हैं. बता दें कि होली को राधा-कृष्ण के प्रेम का प्रतीक माना जाता है, यही वजह है कि राधा-कृष्ण की नजरी में हर साल भक्त होली का उत्सव मनाने के लिए पहुंचते हैं.

Yuva Media

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button