बड़ी खबर

सीएम योगी बोले, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ हर पंथ और संप्रदाय को मिलेगी जगह

वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे. पहले दिन मुख्यमंत्री जंगमबाड़ी मठ के श्री जगतगुरु विशेश्वर शिवाचार्य महास्वामी के पंचाधिक शताब्दी जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. यहां पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो बड़ी बातें कहीं.

एक तो उन्होंने अयोध्या में बनाए जा रहे राम मंदिर निर्माण के दौरान अयोध्या के अंदर हर पंथ, हर संप्रदाय के लोगों को आश्रम, मठ और धर्मशाला इत्यादि बनाने के लिए जमीन आवंटित करने की बात कही. साथ ही कहा कि सभी संप्रदायों को एक दूसरे के साथ मिलकर देश हित में कार्य करते हुए एक भारत, श्रेष्ठ भारत बनाने की दिशा में पहल करनी चाहिए.

सीएम योगी ने कहा की मुझे इस पवित्र जंगमबाड़ी मठ में आने का मौका मिला, यह मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है. मैं यहां पर डॉ. मल्लिकार्जुन शिवाचार्य महास्वामी जी महाराज के अभिषेक कार्यक्रम में शामिल होने आया हूं. उत्तर प्रदेश के लोगों की तरफ से मैं इनका अभिनंदन करता हूं और अपनी शुभकामनाएं देता हूं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से 2 साल पहले यहां शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए थे. उन्होंने भी 100 वर्षों की इस लंबी यात्रा पर यहां के गुरुकुल की परंपरा और यहां की संस्कृति, सभ्यता व परंपरा की तारीफ करते हुए आभार व्यक्त किया था. आज हम सभी प्रधानमंत्री जी की तरफ से उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में उनके प्रतिनिधि बनकर यहां पर आए हैं और शुभकामनाएं दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी धर्म के अनुयायी हैं और भारत के नागरिक हैं. हम सभी का एक ही संकल्प है, तेरा वैभव अमर रहे मां. हम इस अभियान से जुड़कर आगे बढ़ रहे हैं.

वह बोले, कि आज देश नई ऊर्जा के साथ विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. वैश्विक मंच पर भारत का मान तेजी से बढ़ रहा है. हर पंथ, हर संप्रदाय और हर धर्म का सम्मान किया जा रहा है, जब राष्ट्र की इकाई कमजोर होगी तो हर धर्म, हर संप्रदाय को संकट का सामना करना पड़ेगा लेकिन भारत आज मजबूती के साथ दुनिया के सामने शक्तिशाली रूप में दिखाई दे रहा है. इस कल्पना को मजबूत बनाए रखने के लिए हमें सभी पंथ सभी संप्रदाय और सभी धर्म को एक साथ जोड़ कर चलना होगा.

हम सभी को बराबर लेकर चलेंगे तभी देश आगे बढ़ेगा.सीएम ने कहा की 21 जून को विश्व योग दिवस को जिस तरह से वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास प्रधानमंत्री मोदी ने किया, उसने भारत को और योग परंपरा को एक नई ऊंचाइयां देने का काम किया है. प्रयागराज कुंभ को यूनेस्को ने मान्यता दी जो भारत की परंपरा और संस्कृति को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के लिए बड़ा प्रयास माना जा सकता है. यह प्रयास सिर्फ भारत के लिए नहीं बल्कि यहां की 135 करोड़ जनता के गौरव को बढ़ाने का काम करता है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हर पंथ, हर संप्रदाय भले ही अलग दिशा में कार्य कर रहे हैं लेकिन सभी का एक ही लक्ष्य है, वसुधैव कुटुंबकम और सर्वे संतु निरामया. हम सबको एक साथ जोड़ने का कार्य यही मंत्र करता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज इस मठ में गद्दी की परंपरा को अगली पीढ़ी को सौंपने का कार्य हुआ है जो निश्चित तौर पर सिर्फ परंपरा ही नहीं बल्कि हमारी सनातन संस्कृति को भी आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगा.

वह बोले कि आज काशी को एक नई पहचान दिलाने के लिए प्रधानमंत्री ने कार्य किया है. काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ से है और बाबा विश्वनाथ के धाम का एक भव्य स्वरूप सामने आया है. इसी तरह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और भव्य राम मंदिर जल्द बनकर तैयार हो जाएगा. इस दिशा में हम कुछ अच्छे प्रयास कर रहे हैं. यहां हर पंथ, हर संप्रदाय के लोग पहुंचते हैं इसलिए अलग-अलग पंथ और संप्रदाय के लोगों को उनके मठ आश्रम और धर्मशालाएं बनाने के लिए यूपी सरकार की तरफ से जमीन आवंटन की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी और हम इसे जल्द ही आगे बढ़ाएंगे.

41 दिवसीय महोत्सव का का समापन

जंगमबाड़ी मठ के 41 दिवसीय जगतगुरु पट्टाभिषेक महोत्सव का शुक्रवार को समापन हो गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. जगतगुरु डॉ. चंद्रशेखर शिवाचार्य महास्वामी, जगद्गुरु सिद्धलिंग राजेदेशी केंद्र शिवाचार्य स्वामी के सानिध्य में अनुष्ठान को संपूर्ण किया गया. इस मौके पर डॉ. मल्लिका अर्जुन शिवाचार्य स्वामी ने कहा कि सीएम योगी का अभिनंदन किया गया है. सीएम योगी ने अच्छी योजना के बारे में बताया है. हम भी शाखा और मठ की जमीन के लिए आवेदन करेंगे.

Yuva Media

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button